अल्लाह त'आला के जिस ऑफर के बारे में हम बात करने जा रहे है उसे जानने से पहले आप ये समझो
अगर आप दुनियावी मामलात में गौर करें और देखे की कभी कभी किसी ख़ास तारीख जैसे 26 जनवरी और 15 अगस्त या किसी ख़ास त्यौहार जैसे ईद , होली , दिवाली वगैरह पर बड़ी बड़ी कम्पनियाँ ऑफर देती है की फला सामान पर इतने फीसद छूट है और फला सामान पर इतने फीसद , यानी कोई सामान जो पहले 5000 रूपए का एक मिलता था वो ऑफर के दौरान 7000 में दो मिलेगा | जो सामान 10 हज़ार रूपए में दो मिलता था वो अब ऑफर के दरमियान 15 हजार मे 4 मिलेगा | ये कंपनिया इसलिए ऑफर देती है ताकि आप ज्यादा से ज्यादा उनका सामान खरीदें उन्हें भी फायदा पहुचाये और खुद भी फायदा उठाये | और जैसे ही ये ऑफर की तारीख़ आती है लोग बड़ी तेज़ी के साथ घरो से निकलते है , लाइनों में खड़े होते है , लोगो की भीड़ से मॉल भर जाते है | ताकि वो कंपनियों के दिए इस ऑफर का फायदा उठा सकें | ये ऑफर कंपनिया कभी एक दिन कभी दो दिन या ज़्यादा से ज़्यादा कभी 4 दिन देती है | जो इसके दरमियान खरीदारी करेगा उसे फायदा मिल जायेगा |
लेकिन ऐ अल्लाह के बन्दों ! ऐ मेरे प्यारे मुसलमान भाइयों और बहनों ! खालिक़े काइनात , सारी काइनात के मालिक अल्लाह रब्बुल इज्ज़त ने भी तुमको एक ऑफर दिया है और ये ऑफर एक दिन का नहीं दो दिन का नहीं बल्कि रमज़ान मुबारक की सूरत में पूरे एक महीने का ऑफर दिया है | कंपनिया तो आपको थोडा बहुत फायदा देती है लेकिन अल्लाह ने जो ऑफर दिया है वो कोई छोटा ऑफर नहीं बल्कि एक के बदले में 70 देने का वादा किया है
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रमज़ान के पहले जब आप कोई एक नेकी करते हो तो आपको सिर्फ एक नेकी का सवाब मिलता है लेकिन रमज़ान मुबारक के इस ऑफर के दौरान जब आप एक नेकी करते हो तो आपको 70 नेकी का सवाब दिया जाता है |
आप एक सदका करोगे तो आपको 70 का सवाब मिलेगा , आप नफ्ल नमाज़ पढेंगे तो आपको फ़र्ज़ का सवाब मिलेगा , आप फ़र्ज़ नमाज़ पढोगे तो आपको उसका 70 गुना सवाब मिलेगा | रमज़ान का ऑफर इस क़दर है उसे गिनाया नहीं जा सकता है क्योकि अल्लाह की रहमते बरकते इस क़दर इस महीने में उतरती है की बन्दे का हर एक मिनट अल्लाह के दिए ऑफर से भरा हुआ रहता है | और सबसे बड़ी और खास बात ये की अल्लाह की तरफ से जो ये ऑफर मिला हुआ है बन्दों को ये सिर्फ दुनिया तक के लिए ही महदूद नहीं है बल्कि बन्दे के मौत के बाद इसका असल फायदा मिलता है |
किताबो में आता है की अगर कोई बन्दा रमज़ान मुबाराक के महीने में इंतकाल कर जाए तो क़यामत तक उसका हिसाबो किताब नहीं होगा |
तो ऐ मेरे मुसलमान भाईयों और बहनों ! क्या कोई ऑफर ऐसा है जो तुम्हारे रब के इस ऑफर के मुकाबले में हो इससे बेहतर हो | नहीं ला सकते आप इससे बेहतर इसलिए ऐ अल्लाह के बन्दों जिस तरह तुम दुनियावी ऑफर की तरफ दौड़ते हो वैसे ही आप अल्लाह के दिए इस ऑफर की तरफ आओ रमजानुल मुबारक में मिले ऑफर के पल पल से फायदा उठाओ | इसमें रहमते बरकतें हासिल करो | एक के बदले 70 हासिल करो उससे पहले की तुम्हारी ज़िन्दगी तुम्हे अलविदा कहे |
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