सेहरी और इफ्तार का सही वक्त क्यों ज़रूरी है? जानिए
रमज़ान में वक्त की पाबंदी क्यों ज़रूरी है?
रमज़ान इस्लाम का एक पाक़ महीना है, जिसमें रोज़ेदार सूरज निकलने से पहले सेहरी करते हैं और सूरज डूबने के बाद इफ्तार करते हैं। इस दौरान सेहरी और इफ्तार का सही वक्त जानना और उसका तामील करना बहुत ज़रूरी होता है। सही वक्त पर सेहरी और इफ्तार करने से न सिर्फ़ रोज़ा मुकम्मल होता है, बल्कि इसके दीनि और सेहत से जुड़े फ़ायदे भी हासिल होते हैं।
सेहरी का सही वक्त क्यों जरूरी है?
1. रोज़ा की नियत और शुरुआत
सेहरी करने का सबसे ज़रुरी मक़सद ये है कि ये हमें रोज़ा रखने की ताक़त देता है और सुबह की नियत पूरी होती है। सेहरी का वाकत फज्र की अज़ान से पहले ख़त्म हो जाता है, इसलिए इसे सही वक्त पर करना लाज़मी है।
2. सेहत पर मुस्बत(सकारात्मक) असर
सेहरी का सही वक्त पर करना सेहत को मुख़्तसर और ताक़त-वर बनाए रखता है। इससे मेटाबॉलिज्म संतुलित रहता है और डिहाइड्रेशन से बचाव होता है। अगर सही वक्तय पर सेहरी नहीं की जाए, तो पूरे दिन कमजोरी महसूस हो सकती है।
3. मज़हबी फ़ायदा
हदीस के मुताबिक़, सेहरी करना सुन्नत है और इसमें बरकत होती है। सही वक्त पर सेहरी करने से अल्लाह की रहमत हासिल होती है और ये रोज़ेदार के लिए ख़ुसूस इनाम का सबब बनता है।
इफ्तार का सही वक्त क्यों जरूरी है?
1. रोज़ा खोलने का सही तरीक़ा
रोज़ा खोलने का काकत बहुत क़ीमती होता है। इसे सूरज डूबते ही तोड़ा जाता है, और इसमें देरी करना न-मुनासिब माना जाता है। सही वक्त पर इफ्तार करना रोज़े की क़ुबूलियत के लिए ज़ारूरी होता है।
2. सेहत के लिए फ़ायदेमंद
दिनभर रोज़ा रखने के बाद सेहत को सही वक्त पर तवानाई(ऊर्जा) की जरूरत होती है। इफ्तार के सही वक्त पर करने से सेहत को तुरंत घिज़ीयत(पोषण) मिलता है और हाजमे का अमल शुरू हो जाता है।
3. सुन्नत और मज़हबी पहलू
इफ्तार का सही वक्त पर करना सुन्नत है और पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने जल्दी इफ्तार करने की हिदायत दी है। हदीस में बताया गया है कि ख़ज़ूर और पानी से इफ्तार करना सबसे बेहतरीन तरीक़ा है।
सेहरी और इफ्तार का वक्त जानने के लिए क्या करें?
- इस्लामिक कैलेंडर और रमज़ान टाइमटेबल: हर शहर के लिए रमज़ान का टाइमटेबल अलग-अलग हो सकता है, इसलिए इसे सही ज़रिये से हासिल करें।
- मस्जिद और इस्लामिक इदारों से जानकारी लें: मक़ामी मस्जिदों में रमज़ान के वक्त की सही जानकारी होती है।
- मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें: कई इस्लामिक ऐप्स और वेबसाइट्स सही सेहरी और इफ्तार के वक्त की जानकारी देते हैं।
नतीजा
सेहरी और इफ्तार का सही वक्त जानना और उस पर अमल करना न सिर्फ़ मज़हबी तौर से ज़रूरी है, बल्कि ये सेहत के लिए भी बहुत फ़ायदेमंद होता है। रोज़े का पूरा फ़ायदा लेने के लिए हमें इन वक्तों को याद रखना चाहिए और सही तरीके से अमल करना चाहिए।
आपके शहर के लिए सही सेहरी और इफ्तार के वक्त को जानने के लिए अपने पास की मस्जिद या इस्लामिक ऐप्स का इस्तेमाल करें!
ज़्यादा हासिल करें:---
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