इस्लाम में शराब के हराम होने की हकीक़त
शराब को लेकर अगर आपके दिमाग कई जो अजीब अजीब सवाल आते है| ये आर्टिकल आपके उन सभी सवालो का जवाब है
इस्लाम में शराब हराम है… ये बात दुनिया का हर वो इन्सान जानता है जो मेंटली फिट है… कई मुस्लिम कंट्रीज़ में तो शराब पूरी तरह से ban है | न ही वहाँ शराब बनती है और न ही वहाँ शराब बिकती है | अभी पिछले साल क़तर ने फीफा वर्ल्ड कप को होस्ट किया था…. एक ऐसा वर्ल्ड कप जो दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट में से एक है | जिसमे मैक्सिमम टीम वेस्टर्न कंट्रीज से आती है जहाँ शराब उनके कल्चर का एक हिस्सा है |
बावजूद इसके क़तर ने अल्कोहल को पूरी तरह से बैन कर दिया था | 2022 फीफा वर्ल्ड कप उसके इतिहास का ऐसा पहला टूर्नामेंट बीता जिसमे शैम्पिन नहीं खोली गयी…
अब सवाल ये .. आपने कभी सोचा आखिर इस्लाम में शराब हराम क्यों है ? क्यों मुसलमानों को शराब से दूर रहने को कहा गया है ? आइये समझते है
पहले समझते है इस्लाम में शराब का इतिहास क्या है?
7th सेंचुरी में जब आका मोहम्मद saw ने अपनी नुबुवत के बारे में लोगो को बताया की वो अल्लाह के नबी है… और अल्लाह का पैग़ाम लोगो तक पहुचाने के लिए उन्हें भेजा गया है |
उस टाइम अरब में बहुत सी बुराइयां हुआ करती थी… लड़कियों को जिंदा ज़मीन में दबा दिया जाता था… औरते बाजारों में बिका करती थी | जो लोग अमीर होते थे उनका रवय्या गरीबो के साथ जानवरों जैसा हुआ करता था
ऐसी बहुत सी बुराइया थी जिसे करने में अरब प्राउड फील करते थे.. जिसमे एक बुराई थी शराब…. जिसे अरबी में खम्र कहा जाता है और इसका प्लूरल होता है खुमूर
उस टाइम अरब में शराब लोगो की ज़िन्दगी का हिस्सा हुआ करती थी | सुबह पीने के लिए अलग शराब, रात में पीने के लिए अलग शराब, मेहमानों के लिए अलग शराब…. मतलब शराब की बहुत सी केटेगरी भी हुआ करती थी |
हज़रत मोहम्मद saw… अल्लाह के पैग़ाम को लोगो तक पहुचाना शुरू करते है और धीरे धीरे लोग इस्लाम की तरफ आते है… मुसलमान होने लगते है | लोग मुसलमान तो हो जाते लेकिन शराब भी पीते …. क्योकि अब तक शराब के हराम होने की कोई बात उन्हें नहीं बतायी गयी थी…. क्योकि शराब उनके लिए उनकी ज़िन्दगी का एक हिस्सा थी
लेकिन इसी बीच कुरान चैप्टर 2 वर्स 219 … लोगो को बतायी जाती है… जिसमे कहा गया है…
“ऐ नबी ये आपसे जुए और शराब के बारे में पूछते है | कह दीजिये इन दोनों के अन्दर बड़े गुनाह है… कुछ लोगो के लिए कुछ फायदे भी है लेकिन बुराई फायदे से ज्यादा है"
इस टाइम तक शराब को लेकर उसकी बुराई के बारे में तो बताया गया | लेकिन अभी भी शराब हराम नहीं है |
जैसा अभी आपको बताया शराब अरब के लिए उनकी ज़िन्दगी का हिस्सा थी ऐसे में डायरेक्ट शराब को पूरी तरह बंद कर देना… सही न होता…
कुरान के चैप्टर 2 वर्स 219 को याद रखना इसके बारे में हम आगे भी बात करेंगे और इसका कॉन्टेक्स्ट क्या है इसके बारे में भी समझेंगे….
शराब को लेकर अब एक और पैग़ाम आता है…. कुरान चैप्टर 4 वर्स 43 … जिसमे कहा गया है …
“ऐ ईमान वालो… यानि मुसलमानों… अगर तुम नशे की हालत में रहो तो नमाज़ के लिए न जाओ “
अभी भी शराब पर पूरी तरह से रोक नहीं है… सिर्फ एक बैरियर है… जो ये कहता है अगर नशे की हालत मे हो तो नमाज़ के लिए न जाओ…. यानी शराब पी सकते थे… बस नशे की हालत में नमाज़ नहीं पढ़ सकते थे….
इस टाइम तक इस्लाम में शराब कम्प्लीटली forbidden नहीं थी | बस एक नमाज़ न पढने वाली कंडीशन थी…
अब आता है वो टाइम जब इस्लाम में शराब को कम्प्लीटली हराम बताया जाता है |
कुरान चैप्टर 5 वर्स 90 एंड 91
ऐ ईमान वालो , यानी ऐ मुसलमानों शराब और जुआ और बुत… ये सब गंदे काम है ये सब शैतान के तरीके है… इसलिए उनसे दूर रहे ताकि आप काम कामयाब हो सकें |
वर्स 91 में कहा गया …. शैतान तो ये चाहता है वो शराब और जुए के ज़रिये तुम्हारे बीच दुशमनी और नफरत पैदा कर दे , तुम्हे रोके अल्लाह की याद से, नमाज़ से , तो इसे छोड़ते हो या नहीं….!
ये सुनने के बाद उस टाइम के जो मुसलमान थे उन्होंने शराब पीना बंद कर दिया…. यहाँ तक बताया जाता है की जब लोगो ने ये सुना की शराब हराम हो गयी है | तो जिसके घर में शराब थी उन्होंने उसे फेक दिया… जिसके हाथ में शराब थी उसने उसे वही रख दिया… जिसमे मुह में शराब थी उसने थूक दिया… और जो शराब पि चूका था…. वो उसके पेट में जा चुकी थी | उसने ये सोच के उलटी कर दी…. की हो सकता है शराब हराम होने का हुक्म पहले आ चूका हो और मुझे बाद में पता चला हो तब तक मैंने शराब पी ली हो…. और इसी के बाद इस्लाम में शराब को हराम बता दिया गया | यानी अब कोई भी मुसलमान शराब नहीं पि सकता है…..
लेकिन अभी भी एक चीज़ थी जो पी जा रही थी… मोहम्मद saw के टाइम में भी उसे पिया गया
पहले खलीफा हज़रत अबू बकर के टाइम पर भी उसे पिया गया लेकिन अब आता दुसरे खलीफा हज़रत उमर का टाइम….
इस्लामिक शोल्जर्स जब जंग के लिए निकलते तो उस टाइम पानी की कमी होती थी.. ऐसे में उन्हें एनर्जी मिल सके उसके लिए एक चीज़ पिलाई थी जिसे अरबी मे नबीद… यानी तिला कहा जाता है | ये वही है जिसे इंडियन सब कॉन्टिनेंट में ताड़ी कहते है… जो की ताड़ के पेड़ से निकाला जाता है…
दोनों में फर्क बस इतना है की यहाँ ताड़ से बनाया जाता है जबकी अरब में खजूर और अंगूर से बनाया जाता था…
ये जो नबीद होता है यानी ताड़ी इसकी खासियत ये है इसमें नशा नहीं होता… लेकिन एनर्जी होती है…
प्रॉब्लम ये है .. जब इसे और ज्यादा पका दिया दिया जाता है .. तो इसमें नशा आ जाता है… जो की इस्लाम में आलरेडी हराम है |
इसी वजह से दुसरे खलीफा हज़रत उमर ने नबीद पर भी रोक लगा दिया | वो ये नहीं चाहते थे मुसलमान ऐसी किसी भी तरह की चीज़ इस्तेमाल करे जिसमे नशा होने खतरा हो…
अब तक आप ये समझ गए की शराब को इस्लाम में हराम बताया गया है …. ये बात कुरान से प्रूव होती है …
लेकिन सवाल अभी भी वही है… इस्लाम में शराब को हराम बताया क्यों गया है ?
तो इसका जवाब बहुत आसान है…. इस्लाम में कहा गया है “ शराब सभी बुराइयों की माँ है” अब इसका क्या मतलब है?
आपको एक चीज़ याद रखने के लिए कहा था … कुरान चैप्टर 2 वर्स 291 जिसमे कहा गया है “शराब में फायदे से ज्यादा नुक्सान है" कैसे आईये समझते है
पहले बात करते है इससे होने वाले नुक्सान के बारे में…
- Health Implications
शराब पिने की वजह से कई तरह की खतरनाक बीमारी होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है… जैसे
- लीवर डिज़ीज़: जिसमे फैटी लीवर, अल्कोहलिक हेपेटाइटिस जैसी बिमारी
- कैंसर: जिसमे , माउथ कैंसर, लीवर कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर का खतरा
कार्डियोवैस्कुलर डिज़ीज़: इसमें हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, और भी कई कार्डियोवैस्कुलर इश्यूज़
- Accident
GOA MEDICAL COLLAGE की तरफ से करी गयी एक स्टडी में पता चला की,,,, सिर्फ इंडिया में जो रोड एक्सीडेंट होते है उसमे 12.7% मौत सिर्फ शराब की वजह से होती हैइसके अलावां- Birth Defects
- Addiction
- Societal Impact And Crime
Societal impact and Crime को हम दो पार्ट में डिवाइड करके समझते हैपहला वोइलेंस और दूसरा फॅमिली इश्यूज
- Birth Defects
- Addiction
- Societal Impact And Crime
- Violence
अगर आप न्यूज़ देखते हो… न्यूज़ पेपर पढ़ते हो तो ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जिस दिन शराब की वजह से वोइलेंस की खबरे न हो….. पिछले 2 से तीन दिन की कुछ updates आपको बताता हूँ…
अधेड़ ने शराब के नशे में लगाई फांसी, नशे में बेटे ने कर दी माँ की हत्या, एक बाप ने नशे के हालात में अपने ही बेटे को मार दिया… जो की सिर्फ 18 साल था….
इसके अलावा CRIME AGAINST WOMEN को लेकर NCRB का ये डाटा आपको हैरान कर सकता है….
NCRB के 2015 की एक रिपोर्ट के मुताबिक वीमेन के खिलाफ होने वाले क्राइम में 85% क्राइम शराब के नशे में होते है…. जो की इमोशनल भी होता है, फिजिकल एंड सेक्सुअल, भी होता है |
इस तरह की एक नहीं बहुत सी न्यूज़ रोज़ आती है… वो भी सिर्फ इंडिया में… अब आप पूरी दुनिया के बारे सोचना….
- Family Issues
मै आपको सिर्फ बिहार के बारे में बताऊ…. तो 83% वीमेन तब वोइलेंस का सामना करती है.. जब उनके शौहर शराब के नशे में घर आते है….. और शराब के नशे में वो अपनी ही वाइफ के साथ कैसा बर्ताव करते है इसके बारे में आप ज़रूर जानते होंगे… आपके ही नज़र में कोई न कोई ऐसा इन्सान ज़रूर होगा…. जो शराब पीकर अपनी ही फॅमिली को मारता और पीटता है
एक चीज़ मै आपको और बताऊंगा… जो हमारे समाज के लिए किसी काले धब्बे से कम नहीं
शराब को इस्लाम में हराम क्यों किया गया है उसके कई रीज़न अब तक आप देख चुके …. और उसी में एक रीज़न और है जो आपको जानना चाहिए….
- एक 24 साल का लड़का…. जो सुबह सुबह शराब पीता है … उसके वालिद घर में नहीं होते… शराब के नशे में उसे कुछ समझ नहीं आता है और अपनी ही माँ का रेप करता है…. (1)
- गाज़ियाबाद में शराब से एडिक्ट एक नौजवान लड़का…. दिवाली की रात अपनी ही माँ के गले पर ब्लेड रख देता है और धमकी देता है की अगर उसने खुद उसके आगे सरेंडर नहीं किया तो वो उसे मार देगा….और वो भी अपनी ही माँ का रेप करता है (2)
इस तरह के एक दो केसेज़ नहीं है.. अगर आप गूगल करके देखते हो तो कई हज़ार केस आपको मिल जायेंगे जहा शराब के नशे में लोग अपनी ही माँ , बहन यहाँ तक की अपनी दादी को सेक्सुअली हर्रेस किया हुआ है…
उन्हें ये समझ में ही नहीं आता की वो कर क्या रहे है? जो वो कर रहे है वो बिलकुल भी सही नहीं | लेकिन शराब उनके सोचने समझने की पॉवर को निल कर देती है | एक अच्छे खासे इन्सान को दरिन्दे जानवर में बदल देती है |
ये कुछ रीज़न है जो की शराब की बुराइयों में आते है….
- Family Issues
कुरान के चैप्टर 2 वर्स 291 में ये भी कहा गया है… की शराब कुछ लोगो के लिए फायदे मंद है…. तो इसका क्या मतलब है? वो भी देख लें….
शराब को लेकर अब तक बहुत से रिसर्च किये जा चुके है… जिसमे मोडरेट अल्कोहल कंसम्पशन को लेकर कुछ स्टडीज़ बताती है….
- कुछ लोगो में हार्ट ड़ेसीज़ के रिस्क कम हो जाते है
- शराब टाइप .2 डायबिटीज के अगेंस्ट प्रोटेक्ट करती है
- बोन हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है…
ये फायदेमंद तभी है जब लिमिट में… यानी मॉडरेट ड्रिंकिंग करी जाए….
कुरान के चैप्टर 2 वर्स 291 में ये भी कहा गया है… की शराब कुछ लोगो के लिए फायदे मंद है…. तो इसका क्या मतलब है? वो भी देख लें….
शराब को लेकर अब तक बहुत से रिसर्च किये जा चुके है… जिसमे मोडरेट अल्कोहल कंसम्पशन को लेकर कुछ स्टडीज़ बताती है….
- कुछ लोगो में हार्ट ड़ेसीज़ के रिस्क कम हो जाते है
- शराब टाइप .2 डायबिटीज के अगेंस्ट प्रोटेक्ट करती है
- बोन हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है…
ये फायदेमंद तभी है जब लिमिट में… यानी मॉडरेट ड्रिंकिंग करी जाए….
अब यहाँ पर एक लूप होल मिलता है… लोगो के दिमाग में ये आ सकता है की अगर लिमिट में पिया जाये तो फायदे ही फायदे है,... इन्सान होश में भी रहेगा… क्राइम भी नहीं करेगा, डोमेस्टिक वोइलेंस भी नहीं होगा…. बस लिमिट में पी कर घर जा कर सो जायेगा…. कोई बुरा काम नहीं करेगा…
तो ये भी इस्लाम के करीब गलत है क्योकि उसी चैप्टर 2 वर्स 291 में कहा गया है …. शराब में फायदे से ज़्यादा नुक्सान है…..
और एक हदीस भी है… सुनन इब्ने माजह हदीस 3392 … जिसमे मोहम्मद saw कहते है …. "जिस चीज़ को लार्ज क्वांटिटी में पीने से नशा होता है उसे स्माल क्वांटिटी में भी पीना हराम है"
मतलब फायदे को पॉइंट आउट कर… मॉडरेट ड्रिंकिंग के नाम पर शराब नहीं जा सकती…. वो इस्लाम में हराम है…और पूरी तरह से हराम है….
शराब हराम होने के फायदे...
जब आप क्राइम इंडेक्स बाय कंट्री देखते हो तो …. 144 देशो की लिस्ट में सबसे कम क्राइम जिस देश में रिपोर्ट होती है वो है क़तर….
वही क़तर जहाँ FIFA जैसे बड़े इवेंट में भी शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ था….
उसके बाद UAE …. और ऊपर आटा है तो ओमान,,, उसके ऊपर बहरीन , और फिर सऊदी अरेबिया… ये वो कंट्रीज़ है जहाँ शराब को हराम माना जाता है |
रिजल्ट: लोवेस्ट क्राइम रेट
उम्मीद करते है इस आर्टिकल में आपके उन सभी सवालो का जवाब मिल गया होगा जिसके तलाश में आप हमारे इस पोस्ट तक पहुचे...
अगर आप हमारी बातो से सहमत है तो कमेंट में ज़रूर बताये
Reference: (1) - A 24 year old boy raped own mother. , (2) Gaziyabad : Drug addict rapes mother at knife point
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